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17 सूत्रीय मांगों को लेकर लंच समय में जिला मुख्यालयों तथा भोपाल में सतपुड़ा भवन के समक्ष शासकीय कर्मियों का प्रदर्शन आज


भोपाल। मध्यप्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, मध्यप्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, मध्यप्रदेश शासकीय वाहन चालक यांत्रिक कर्मचारी संघ, मध्यप्रदेश पेंशनर एसोसिएशन के संयुक्त आव्हान पर 

पूर्व घोषित चरणवद्ध आंदोलन के तीसरे चरण में आज दिनांक 23 मई को सभी जिला मुख्यालयों पर 17 सूत्रीय मांगों को लेकर 24, 25 एवं 26 मई (तीन दिन) को लंच समय में प्रदर्शन किया जायेगा। 

राजधानी भोपाल में सतपुड़ा भवन के सामने दोपहर 1.30 बजे प्रदर्शन कर नारेबाजी की जायेगी कर्मचारियों की 17 सूत्रीय लंबित मांगों में लिपिक संवर्ग को मंत्रालय के समान समयमान वेतनमान दिये जाने, सहायक ग्रेड-3, को कम्प्यूटर आपरेटर के समान ग्रेड पे 2400 दिये जाने, भृत्य का पदनाम परिवर्तन किये जाने आउट शोर्ष प्रथा को बंद कर आउट शीर्ष पर लगे कर्मियों को नियमित किये जाने, वर्ष 2016 से बंद पदोन्नति प्रारंभ किये जाने, अनुकम्पा नियमों का सरलीकरण किये जाने, सी.पी.सी.टी के कारण शासकीय सेवक को नौकरी से नहीं निकाले जाने, टैक्सी प्रथा को बंद कर रिक्त पदों पर वाहन चालकों की भर्तियां प्रारंभ किये जाने, पेंशनरों हेतु धारा 49 को समाप्त किये जाने, पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष किये जाने, नव नियुक्ति कर्मचारियों को उनके नियुक्ति दिनॉक से संबंधित पदों का वेतनमान दिये जाने, गृह भाडा भत्ता एवं अन्य सभी भत्ते सातवें वेतनमान में पुनरीक्षित किये जाने, पुरानी पेंशन बहाल करने, मंहगाई भत्ते के एरियर का भुगतान किये जाने, कार्यभारित कर्मचारियों को अवकाश नगदीकरण का लाभ दिये जाने आदि प्रमुख मांगें हैं। 

जारी विज्ञप्ति में शासन द्वारा कर्मचारियों की मांगों को अनदेखी करने तथा मांगों पर चर्चा नहीं करके लंबित रखने का आरोप लगाया गया है। जारी विज्ञप्ति में बताया गया है, कि 24 25 एवं 26 को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन के बाद दिनॉक 5 जून को टूल डाउन हड़ताल की जायेगी तथा 25 जून को 17 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायकों के माध्यम से मुख्य मंत्री एवं मुख्य सचिव को सौंपा जायेगा। जारी विज्ञप्ति में बताया गया है, कि माँगों को निराकरण नहीं किये जाने पर माह जुलाई एवं अगस्त में बड़े आंदोलन का एलान किया जायेगा। उक्त जानकारी एम.पी. द्विवेदी, महेन्द्र शर्मा, एस.एस. रजक, साबिर खान, एल.एन. कैलशिया, गणेश दत्त जोशी, विजय रघुवंशी, मेहमूद खांन, निहाल सिंह जाट, उमाशंकर तिवारी, मोहन अय्यर, संजय दुबे, मेहरबान, रामकुण्डल सेन, आमोद सक्सेना ने विज्ञप्ति के माध्यम से देते हुये सभी कर्मचरियों से प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रहने का आव्हान किया है।

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